pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

भोले बाबा (पोएट्री मैराथन)

5
3

जिंदगी रख दी भोले तेरे चरणों में सुख हो या दुख हो ये है तेरी मर्जी तू ने बनाया है तू क्यों बिगाड़ेगा अगर बिगाड़े तो ये तेरी मर्जी विधाता ने लिखा है किस्मत मेरी मेरे आने ने पहले लिख दी मेरी ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
Saraswati Mishra

मैं सरस्वती मिश्रा जिला-मधुबनी ग्राम-भोजपंडौल मैं बचपन से पटना में, यहीं पली-बढी।मेरे पिता यहीं उच्च न्यायालय मे कार्यरत थे ।नारी शिक्षा के प्रति काफी रूझान था।हमलोगों को पढने का सुअवसर प्रदान किया। उनके नजर में महिलाओं का पढना बहुत आवश्यक है क्योंकि महिला अगर शिक्षित होंगी तो वो दो कुल को शिक्षित करेंगी । मेरा बचपन पटना में ही गुजरा ।यही से मैं प्रारंभिक शिक्षा एवं उच्च शिक्षा प्राप्त की। पटना विश्वविद्यालय से बी एड एवं मगध विश्व विद्यालय से स्नातकोत्तर की।बचपन से शिक्षिका बनना चाहती थी अपनी माँ के सहयोग से मैं 1974 मे शिक्षिका बनी ।मुझे बच्चों को पढाना बहुत अच्छा लगता था ।मैं अपने कार्य क्षेत्र मे आगे बढना चाहती थी मैं प्रयासरत रही ।कम उम्र में शादी हो चुकी थी बच्चे भी थे ।बहुत सारी कठिनाइयाँ थी फिर भी मैं प्रयासरत रही, माँ एवं भाई बहनों के सहयोग से आगे गयी। 1982ई में मैं गंगा देवी महिला महाविद्यालय में प्राध्यापिका पद पर नियुक्त हुई। मै मैथिली विभाग में प्रथम पद पद पर थी ।2015ई में मैं सेवा निवृत्त हो गयी । मुझे

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Kumud Rani
    09 फ़रवरी 2022
    जो होगा भोले की मर्जी..! बहुत ही सुंदर भावपूर्ण अभिव्यक्ति है..! उत्कृष्ट रचना बढ़िया लिखा है आपने..!👌👌👌
  • author
    Nilam Rai
    09 फ़रवरी 2022
    बहुत खूबसूरत रचना ✍✍👌👌🌹🌹
  • author
    Ashwani Kumar "(Ashu)"
    09 फ़रवरी 2022
    बहुत ही खूबसूरत रचना
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Kumud Rani
    09 फ़रवरी 2022
    जो होगा भोले की मर्जी..! बहुत ही सुंदर भावपूर्ण अभिव्यक्ति है..! उत्कृष्ट रचना बढ़िया लिखा है आपने..!👌👌👌
  • author
    Nilam Rai
    09 फ़रवरी 2022
    बहुत खूबसूरत रचना ✍✍👌👌🌹🌹
  • author
    Ashwani Kumar "(Ashu)"
    09 फ़रवरी 2022
    बहुत ही खूबसूरत रचना