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भेडें और भेड़िये - हरिशंकर परसाई

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कहानी – “भेड़ें और भेड़िये”…….’हरिशंकर परसाई जी’ की लेखनी से व्यंग्य रचना, आज की राजनैतिक उथल पुथल पर विशेष एक बार एक वन के पशुओं को ऐसा लगा कि वे सभ्यता के उस स्तर पर पहुँच गए हैं, जहाँ उन्हें एक ...

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लेखक के बारे में
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sonu sharma
समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    mukuldev baliyan
    14 अगस्त 2020
    इतना सटीक विश्लेषण की आज की स्थिति में भी बिल्कुल मार्मिक और तार्किक है।
  • author
    अंकुर शर्मा
    19 अक्टूबर 2021
    एक लेखक भूतकाल भी लिख सकता है। और भविष्य भी लिख सकता है।
  • author
    RAM CHANDRA GUPTA
    24 जनवरी 2021
    हरिशंकर परसाई की समीक्षा कौन कर सकता है।
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  • author
    mukuldev baliyan
    14 अगस्त 2020
    इतना सटीक विश्लेषण की आज की स्थिति में भी बिल्कुल मार्मिक और तार्किक है।
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    अंकुर शर्मा
    19 अक्टूबर 2021
    एक लेखक भूतकाल भी लिख सकता है। और भविष्य भी लिख सकता है।
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    RAM CHANDRA GUPTA
    24 जनवरी 2021
    हरिशंकर परसाई की समीक्षा कौन कर सकता है।