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*भारत की सैर*

4.9
352

मैं यह कविता उन सभी सम्मानित भारतीय लोगों को समर्पित कर रहा हूँ जो किसी कारण वश स्वयं और अपने देश को नहीं पहचान पाये हैं, और उन असज्जनों को भी जो राजनीति, जातिवाद,धर्मवाद,भाईवाद,भतीजावाद ...

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लेखक के बारे में
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मंजीत कुमार

मैं मंजीत कुमार*मन* बिहार राज्य में सहायक शिक्षक के पद पर कार्यरत हूं और मैं शहीदी धरती धानापुर- चन्दौली उत्तर प्रदेश का रहने वाला हूं। 📱नम्बर-7991672545 यदि आप एक भारतीय हैं तो अपने भारत को जानने-पहचानने के लिए मेरी रचना"भारत की सैर"जरूर पढ़ें। 🙏 साहित्य जगत के पथ पर पहला-पहला कदम रखने वाला एक छोटा सा पथिक। आप इस मन को एक बार अपनाकर देखें ! मुझे आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है की एक बार अपनाने के बाद आप अपने इस मन को कभी अलग नहीं कर सकते हैं! वैसे तो अभी तक मेरे द्वारा लिखित लेख, कहानी या कविता कहीं भी प्रकाशित नहीं किया गया है लेकिन आपलोगों का स्नेह ,आशीर्वाद मिलता रहेगा तो एक दिन ये मन सबका अपना मन होगा। 🙏 जो-जो लोग मेरे दिल में रहना पसंद करते हैं कृपया वो किराया समय से चुकायें क्योंकि और भी लोग इस दिल में रहना पसंद करते हैं और हाँ यदि किराया समय से नहीं चुका सकते हैं तो दिल का दरवाजा खुला है आप बाहर जा सकते हैं। 😃🙏🙏🙏🙏🙏

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Renu
    16 अप्रैल 2019
    प्रिय मनजीत जी - मन को जीतने वाली इस रचना की मैं जितनी तारीफ करूं उतनी कम है | बहुत ही मन से आपने राष्ट्र के प्रति अपने गहन अनुराग को प्रदर्शित किया है | सांस्कृतिक . भौगोलिक , एतहासिक सब तरह के ज्ञान से ओतप्रोत रचना के जरिये आपने पाठकों को देशाटन का शाब्दिक अनुभव करवाया है | बात राष्ट्र के अभिमान की है तो पांच स्टार के साथ मेरे स्नेह भरे पञ्च स्टार अतिरिक्त आपके लिए !!!!!!!!! खुश रहिये और खूब लिखिए |
  • author
    Yakoob Khan "Anshu"
    16 मई 2019
    वाह! आपने तो कुछ ही पलों में पूरे भारत देश की सैर करा दी। कश्मीर से कन्याकुमारी तक की सारी परिस्थितियों से आपने अवगत करा दिया। वर्तमान, भूत और भविष्य की बातें भी कह दी। देश की एकता आपसी प्यार और भाईचारे की चाहत। देश भक्ति की प्रेरणा जगाती है।
  • author
    Sharan lamichhane
    07 मई 2019
    wow sir kabita to bahut badhiya he lekin ak bat me app ko yad diladu gautam buddha ka janm nepal ke lumbini pradesh me huwa tha na ki india me
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    Renu
    16 अप्रैल 2019
    प्रिय मनजीत जी - मन को जीतने वाली इस रचना की मैं जितनी तारीफ करूं उतनी कम है | बहुत ही मन से आपने राष्ट्र के प्रति अपने गहन अनुराग को प्रदर्शित किया है | सांस्कृतिक . भौगोलिक , एतहासिक सब तरह के ज्ञान से ओतप्रोत रचना के जरिये आपने पाठकों को देशाटन का शाब्दिक अनुभव करवाया है | बात राष्ट्र के अभिमान की है तो पांच स्टार के साथ मेरे स्नेह भरे पञ्च स्टार अतिरिक्त आपके लिए !!!!!!!!! खुश रहिये और खूब लिखिए |
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    Yakoob Khan "Anshu"
    16 मई 2019
    वाह! आपने तो कुछ ही पलों में पूरे भारत देश की सैर करा दी। कश्मीर से कन्याकुमारी तक की सारी परिस्थितियों से आपने अवगत करा दिया। वर्तमान, भूत और भविष्य की बातें भी कह दी। देश की एकता आपसी प्यार और भाईचारे की चाहत। देश भक्ति की प्रेरणा जगाती है।
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    Sharan lamichhane
    07 मई 2019
    wow sir kabita to bahut badhiya he lekin ak bat me app ko yad diladu gautam buddha ka janm nepal ke lumbini pradesh me huwa tha na ki india me