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''भारत जननी''

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''भारत जननी'' शत्-श्त जननी तुझे प्रणाम, हम करते हैं तेरा सम्मान । तुमसे ही ये तन-मन हैं , तुमसे ही हैं ये प्राण । प्राणों से हमको प्यारी हो, सम्पूर्ण विश्व से तुम न्यारी हो । सदा तुम्हारी पूजा ...

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लेखक के बारे में
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Krishna Kumar
समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    शानदार लेखन शैली और उत्कृष्ट रचना लिखी है बेहतरीन अभिव्यक्ति बेजोड़ चित्रण किया है अपूर्व अभिव्यक्ति लाजवाब
  • author
    Krishna Shukla
    06 मार्च 2021
    बहुत ही भावपूर्ण रचना... सबके ह्रदय में शक्ति का संचार कर कर्मपथ दिखाने वाली हमारी माँ ही है बहुत बहुत मन को छूती रचना
  • author
    Aditi Tandon
    06 मार्च 2021
    बहुत बहुत अच्छी रचना है आपकी 👌👌👌
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    शानदार लेखन शैली और उत्कृष्ट रचना लिखी है बेहतरीन अभिव्यक्ति बेजोड़ चित्रण किया है अपूर्व अभिव्यक्ति लाजवाब
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    Krishna Shukla
    06 मार्च 2021
    बहुत ही भावपूर्ण रचना... सबके ह्रदय में शक्ति का संचार कर कर्मपथ दिखाने वाली हमारी माँ ही है बहुत बहुत मन को छूती रचना
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    Aditi Tandon
    06 मार्च 2021
    बहुत बहुत अच्छी रचना है आपकी 👌👌👌