बैठे ठाले अब क्या कीजिएगा, बंद है भारत क्या काम कीजिएगा? तोड़ चपाती चार आज लीजिएगा, बिछा बिस्तर दिन भर आराम कीजिएगा। घोटालों पर कभी कोई बंद नहीं देखा, घाघ नेता आज के,कोई इनसा अक्लमंद नहीं होता, चढ़ती ...
बैठे ठाले अब क्या कीजिएगा, बंद है भारत क्या काम कीजिएगा? तोड़ चपाती चार आज लीजिएगा, बिछा बिस्तर दिन भर आराम कीजिएगा। घोटालों पर कभी कोई बंद नहीं देखा, घाघ नेता आज के,कोई इनसा अक्लमंद नहीं होता, चढ़ती ...