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बेगम की कोठी..

4.9
38

यह बात 90 के दशक की हैं जब लखनऊ शहर में महोम्मद अली सहाब रहा करते थे उनके पूर्वजों का दिया हुआ बहुत कुछ था उनके पास......✍🏻 कभी उन्हें काम करने की जरूरत नही पड़ी लखनऊ जैसे शहर में, सब उन्हें "अली ...

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लेखक के बारे में
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V!$#@|_ जी...❣️😊

◆ जीवन एक प्रश्न हैं और हम इसे कैसे जीते है यही हमारा उत्तर हैं..✍🏻 ◆ये ज़िन्दगी बहुत खूबसूरत हैं बस इसे देखने का नजरिया हमेशा सकारात्मक होना चाहिए👌😊 ◆ मुझे बहुत रुचि हैं बच्चो के साथ खेलने में जिसमे मेरी प्यारी बेटी मेरे जीवन में बहुत रंग भरती है उसके अलावा किताबे पढ़ना,गाने सुनना, और ओशो को मैं सुनना काफी पसंद करता हूं क्योंकि वो जीवन को जीना और पढ़ना दोनों सिखाते है

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    आशा रानी शरण
    26 ഒക്റ്റോബര്‍ 2020
    बेगम की पॉटी की अच्छी जानकारी दी आपने मैंने इसके बारे में कभी नहीं पड़ा सुना था बढ़िया लिखा आपने धन्यवाद नमस्कार विशाल जी।
  • author
    Sneh Lata Pandey "स्नेह"
    26 ഒക്റ്റോബര്‍ 2020
    bahut hi hi shaj aur aur saral bhasha mein aapane a Lucknow ke a Virasat ko chitrit Kiya hai bahut hi umda lekhan aapka. 👌👌
  • author
    Pandey Jitendra "Jeet"
    26 ഒക്റ്റോബര്‍ 2020
    बहुत उम्दा लेखन 👌👌👌👌👌 पढ़ते हुए बिल्कुल भी नहीं लग रहा था कि यह कल्पनिक रचना है💐💐💐
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    आशा रानी शरण
    26 ഒക്റ്റോബര്‍ 2020
    बेगम की पॉटी की अच्छी जानकारी दी आपने मैंने इसके बारे में कभी नहीं पड़ा सुना था बढ़िया लिखा आपने धन्यवाद नमस्कार विशाल जी।
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    Sneh Lata Pandey "स्नेह"
    26 ഒക്റ്റോബര്‍ 2020
    bahut hi hi shaj aur aur saral bhasha mein aapane a Lucknow ke a Virasat ko chitrit Kiya hai bahut hi umda lekhan aapka. 👌👌
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    Pandey Jitendra "Jeet"
    26 ഒക്റ്റോബര്‍ 2020
    बहुत उम्दा लेखन 👌👌👌👌👌 पढ़ते हुए बिल्कुल भी नहीं लग रहा था कि यह कल्पनिक रचना है💐💐💐