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बेचारा पति

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बेचारा पति, पल पल मरता पति भागी बीवी किसी और की सोच कर अपनी पत्नी के लिए मरता पति पल पल मोबाइल और इंस्टाग्राम देखता पति किस्से नित नये सुन कर सहम जाता पति पत्नी को लगता शक करता मेरा पति कैसे बताये ...

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लेखक के बारे में
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प्रवीन

ISBN : 978-81-908310-4-8 Registered in : 2010 ना अहम, ना वहम । गलत को गलत कहता हूँ। दुनिया को खुश रखने के लिये मै गलत को सही नही बता सकता, बस यही कारण है मै अकेला रह जाता हूंँ। साथ रहने की किमत झूठ बोल कर खुश रहना है तो मै अकेला ही अच्छा हूँ। मुद्दे उठाना मेरा काम है राष्ट्रवादी हूँ किसी भी पार्टी का पालतू 🐕‍🦺 नहीं । अभिव्यक्ति की आजादी का सदुपयोग करता हूँ और सिखाता हूँ। तड़का न्यूज़ में आओ कभी, हंसते मुस्कुराते तड़का खाओ। 😊😊🌶️🌶️🌶️ प्रार्थना में याद रखना ❤️💞🌹

समीक्षा
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  • author
    Bhawna Tiwari "Bhavi"
    08 जुलाई 2023
    जिसे जाना है कौन उसे रोक पाया है जो अपना है समान पैक करने के बाद भी वो घर को लौट आया है बेहतरीन लेखन😀🙏🌹
  • author
    neha sharma
    08 जुलाई 2023
    बहुत ही अच्छा लिखा आपने लेकिन इस बात से सिर्फ पति ही दुखी नही रहते बल्कि पत्नियों को भी यही समस्या है आजकल पति पत्नी के होते हुए बाहर एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर चला लेता है और पत्नी पर ध्यान नहीं देता तो पत्नी अगर शक की तो पति को वो बोझ और सरदर्द न जाने क्या क्या लगने लग जाती है लेकिन वो ये नही समझ पाता की वो उसे कितना चाहती है और खोना नही चाहती उसकी फिक्र करती है इसलिए बार बार रोक टोक और सवाल करती है अकेले पति ही इस समस्या से नही गुजर रहे पत्नियां भी गुजर रही है पत्नी घर में रहती है तब भी पति शक करते है और पति सारा दिन घर से बाहर रहता है और कभी कभी तो बहुत दिन घर से दूर भी रहता है लेकिन फिर भी पत्नी अपने पति पर यकीन रखती है वरना शक करने के लिए उसके पास हजारों बाते होती है ऐसे में सिर्फ पत्नियों को दोष देना सही नहीं होगा। 🙏
  • author
    Ashu Kapoor
    08 जुलाई 2023
    हाय हाय बेचारा पति, क्या कुछ गुजर जाता है--- इन पत्तियों पर, यह दर्द भी जाने सिर्फ एक पति दिन रात पत्नियों पर करते थे जो अत्याचार अब जाकर पहाड़ के नीचे आए हैं पति😅😅😅😅😅😅😅 पति की व्यथा बेचारा कोई पति ही जान सकता है----- बहुत ही भावुक शब्दों में पति की स्थिति का चित्रण किया है आपने👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌 शुभकामनाएं⚘⚘⚘⚘⚘⚘⚘⚘⚘⚘🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌹🌹🌹🌹🌹🌹🍫🍫🍫🍫🍫🍫🍫🍫
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    Bhawna Tiwari "Bhavi"
    08 जुलाई 2023
    जिसे जाना है कौन उसे रोक पाया है जो अपना है समान पैक करने के बाद भी वो घर को लौट आया है बेहतरीन लेखन😀🙏🌹
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    neha sharma
    08 जुलाई 2023
    बहुत ही अच्छा लिखा आपने लेकिन इस बात से सिर्फ पति ही दुखी नही रहते बल्कि पत्नियों को भी यही समस्या है आजकल पति पत्नी के होते हुए बाहर एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर चला लेता है और पत्नी पर ध्यान नहीं देता तो पत्नी अगर शक की तो पति को वो बोझ और सरदर्द न जाने क्या क्या लगने लग जाती है लेकिन वो ये नही समझ पाता की वो उसे कितना चाहती है और खोना नही चाहती उसकी फिक्र करती है इसलिए बार बार रोक टोक और सवाल करती है अकेले पति ही इस समस्या से नही गुजर रहे पत्नियां भी गुजर रही है पत्नी घर में रहती है तब भी पति शक करते है और पति सारा दिन घर से बाहर रहता है और कभी कभी तो बहुत दिन घर से दूर भी रहता है लेकिन फिर भी पत्नी अपने पति पर यकीन रखती है वरना शक करने के लिए उसके पास हजारों बाते होती है ऐसे में सिर्फ पत्नियों को दोष देना सही नहीं होगा। 🙏
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    Ashu Kapoor
    08 जुलाई 2023
    हाय हाय बेचारा पति, क्या कुछ गुजर जाता है--- इन पत्तियों पर, यह दर्द भी जाने सिर्फ एक पति दिन रात पत्नियों पर करते थे जो अत्याचार अब जाकर पहाड़ के नीचे आए हैं पति😅😅😅😅😅😅😅 पति की व्यथा बेचारा कोई पति ही जान सकता है----- बहुत ही भावुक शब्दों में पति की स्थिति का चित्रण किया है आपने👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌 शुभकामनाएं⚘⚘⚘⚘⚘⚘⚘⚘⚘⚘🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌹🌹🌹🌹🌹🌹🍫🍫🍫🍫🍫🍫🍫🍫