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बेचैन मन

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बेचैन मन को कोई तसल्ली दे यहाँ       उम्मीदों की कोई शब्द जाल बिछा दे यहाँ झूठी ही सही आस बधाई दे जरा यहाँ        छल से फसाने वालों का बाजार है यहाँ कोई तो शान्ति के गीत सुना दे यहाँ          दो घड़ी ...

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लेखक के बारे में
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Shashi Prabha

चाह नही कवियों के श्रेणी में आऊ फिर भी कुछ लिख लेती हूँ चाह नही मै सम्मानित होऊ फिर भी कुछ लिख लेती हूँ

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    श्वेता विजय mishra
    11 ஏப்ரல் 2021
    बहुत सुंदर शानदार लाजवाब पंक्तियां लिखी आपने इस विषय पर बहुत बहुत खूब
  • author
    Poonam chandwani
    11 ஏப்ரல் 2021
    बहुत खूब लाजवाब अभिव्यक्ति मैम 👌🏻👌🏻👌🏻👌🏻👌🏻👌🏻👌🏻🌹🌹🌹🌹
  • author
    Ambika Jha
    11 ஏப்ரல் 2021
    लाजवाब अभिव्यक्ति 🌟🌟🌹🌟🌟🌹🌟🌟
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  • author
    श्वेता विजय mishra
    11 ஏப்ரல் 2021
    बहुत सुंदर शानदार लाजवाब पंक्तियां लिखी आपने इस विषय पर बहुत बहुत खूब
  • author
    Poonam chandwani
    11 ஏப்ரல் 2021
    बहुत खूब लाजवाब अभिव्यक्ति मैम 👌🏻👌🏻👌🏻👌🏻👌🏻👌🏻👌🏻🌹🌹🌹🌹
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    Ambika Jha
    11 ஏப்ரல் 2021
    लाजवाब अभिव्यक्ति 🌟🌟🌹🌟🌟🌹🌟🌟