आया है ऋतुराज धरा पर, जीवन का उत्साह लिए, नवयौवना सी सज गई धरा भी फूलों से सोलह सिंगार किए बसंत खड़ा है द्वार पर ऋतु परिवर्तन का उपहार लिए धरती ने भी शरमाकर कर प्रणय निवेदन स्वीकार किए पीले-पीले ...
आया है ऋतुराज धरा पर, जीवन का उत्साह लिए, नवयौवना सी सज गई धरा भी फूलों से सोलह सिंगार किए बसंत खड़ा है द्वार पर ऋतु परिवर्तन का उपहार लिए धरती ने भी शरमाकर कर प्रणय निवेदन स्वीकार किए पीले-पीले ...