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बारिश, चाय और तुम

4.4
896

एक पत्र, जो लिखा गया लेकिन भेजा नहीं। इसी उम्मीद में कि जब दोनों साथ होंगे तब मिल कर पढ़ेंगे और अपनी यादे ताज़ा करेंगे। डिअर श्लोक, आज बहुत खुश हूँ मैं, पता है क्यों?? अरे-अरे!! यही तो बताने ...

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लेखक के बारे में

'प्रतिलिपि कम्युनिटी प्रोग्राम का ऑफिशियल अकाउंट' इस प्रोफाइल पर : 1. नई प्रतियोगिताओं व प्रतिलिपि की योजनाओं की जानकारी प्रकाशित होती है। 2. प्रतिलिपि फेलोशिप प्रोग्राम 2019 में शामिल हुए लेखकों ने जिन विभिन्न लेखन एक्टिविटीज़ में भाग लिया, उनसे संबंधित रचनाएँ भी इस प्रोफाइल पर प्रकाशित हैं।

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Pratibha singh Rathore "Lone Wolf"
    25 दिसम्बर 2019
    बारिश, चाय , बस पकोड़े ओर हो 😄😄😀😀
  • author
    अनुभूति सिंह
    25 दिसम्बर 2019
    barish aur chay ka alg hi sambandh h.
  • author
    Rajesh monika
    15 जनवरी 2020
    बहुत बढ़िया और वो चाय की टपरी मेरी थी जिसमें तुम दोनों ने कभी पैसे नहीं दिए ,🤣😍
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    Pratibha singh Rathore "Lone Wolf"
    25 दिसम्बर 2019
    बारिश, चाय , बस पकोड़े ओर हो 😄😄😀😀
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    अनुभूति सिंह
    25 दिसम्बर 2019
    barish aur chay ka alg hi sambandh h.
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    Rajesh monika
    15 जनवरी 2020
    बहुत बढ़िया और वो चाय की टपरी मेरी थी जिसमें तुम दोनों ने कभी पैसे नहीं दिए ,🤣😍