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बंदर का पंजा

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( बंदर का प़न्जा) एक हारर कथा थी, जो लिखी थी, डब्ल्यू डब्ल्यू जैकब ने। यह कथा नाट्य रूप में, दूसरे मशहूर नाटकों के बीच,कर्टेन रेजर के तौर पर आई। धीरे धीरे यह इतनी लोकप्रिय हुई कि इस पर आधारित नाटक ...

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लेखक के बारे में
author
ANUP ASHOK GAJARE

जो कुछ नहीं करते, वो कमाल करते हैं और मै एक शून्य के शिवाय कुछ भी तो नहीं. (कॉपी राइट एक्ट 1957 की धारा 13 के तहत, यह कहानी, इसका चरित्र, यह दृश्य और यहां तक कि सभी संवाद सुरक्षित हैं! कॉपी न करें अन्यथा आपको परिणाम भुगतने होंगे। धन्यवाद!!) (अगर आप में से किसी भी पाठक को ये कहानी किसी भी तरह से कॉपी लगे तो कृपया मुझे बताने का कष्ट करें ताकि मैं उचित बदलाव कर अपनी कहानी को कॉपी कहलाने से बचा सकूं। क्योंकि ये हो ही सकता है कि दो लोगो की कल्पना समान हो।) मरणोपरान्त जीने की है यदि चाह तुझे, तो सुन, बतलाता हूँ मैं सीधी राह तुझे, लिख ऐसी कोई चीज कि दुनिया डोल उठे, या कर कुछ ऐसा काम, ज़माना बोल उठे।

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Ashutosh Verma
    10 जुलाई 2023
    read it in school....the monkey's paw....gives goosebumps still today....
  • author
    Riya Mittal
    11 जुलाई 2023
    omg it's so scaring
  • author
    Zeeshan Ahmad Khan "Shanu"
    11 जुलाई 2023
    बेहद राेमांचित करने वाली कहानी.....
  • author
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Ashutosh Verma
    10 जुलाई 2023
    read it in school....the monkey's paw....gives goosebumps still today....
  • author
    Riya Mittal
    11 जुलाई 2023
    omg it's so scaring
  • author
    Zeeshan Ahmad Khan "Shanu"
    11 जुलाई 2023
    बेहद राेमांचित करने वाली कहानी.....