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बंद लिफाफा

4.4
2061

बंद लिफाफा... हैलो! रोहिता आज ना जाने क्यूँ तुम्हारे साथ बिताए हर पल बहुत याद आये। बचपन साथ बीता हमारा। बिना बात किये रह नही पाते थे एक दूसरे के बिना । शायद तुम भी नही भूल ...

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लेखक के बारे में
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अंशु शर्मा

कहते हैं सब खुशमिजाज बुराई को करती नजर अंदाज सादा  जीवन उच्च विचार सकारात्मकता जीवन का सार नकारात्मकता से रहती दूर अपनों का प्यार पाती भरपूर दोस्तो को समझती अपना नाम है मेरा अंशु शर्मा

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Jyoti Sharma
    27 नवम्बर 2019
    बहुत बढ़िया दीदी, बहुत अच्छा लिखा, अक्षरक्ष: सत्य है। वर्तमान युग की वास्तविकता है
  • author
    Rajendra Mishra "राजन"
    27 नवम्बर 2019
    अद्भुत लेखन शैली है आपकी रचना की पढ़कर बहुत अच्छा लगा
  • author
    VK Jain
    02 दिसम्बर 2019
    मेरे पास तो शब्द ही नही है आपकी।लेखनी की प्रशंसा के लिए।
  • author
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  • author
    Jyoti Sharma
    27 नवम्बर 2019
    बहुत बढ़िया दीदी, बहुत अच्छा लिखा, अक्षरक्ष: सत्य है। वर्तमान युग की वास्तविकता है
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    Rajendra Mishra "राजन"
    27 नवम्बर 2019
    अद्भुत लेखन शैली है आपकी रचना की पढ़कर बहुत अच्छा लगा
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    VK Jain
    02 दिसम्बर 2019
    मेरे पास तो शब्द ही नही है आपकी।लेखनी की प्रशंसा के लिए।