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बंद दरवाजे

4.1
554

बहुत कुछ है बंद दरवाजे के इस ओर और इससे अधिक है शायद उस ओर जो हम देख नहीं पाते या देखकर अनजाने हो जाते हैं | ...

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लेखक के बारे में

शिक्षा - एल .एल .बी ,एम.ए . [ हिन्दी साहित्य ,समाज – शास्त्र ] लेखन - कविता ,हाइकु , तांका ,कहानी ,लघुकथा , व्यंग्य ,समीक्षा आदि . प्रकाशन- नागफ़नी के फूल [ कविता संग्रह ] समक्ष [लघुकथा संग्रह ], म.प्र .के पांच लघुकथाकारों की एक सौ लघुकथाएं, कविता एवं लघुकथाओं का अनेक संकलनों में प्रकाशन व पुरस्कृत. गुजराती एवं पंजाबी में अनुवाद तथा प्रकाशन . सह–सम्पादक - क्षितिज ,मनोबल [लघुकथा संकलन ], ज़रिये नजरिये [व्यंग्य संकलन ] सम्पादन - तलाश जारी है [लघुकथा संकलन ] तुम्हारे लिए [ माँ विषयक कविताओं का विशिष्ट संकलन ] एवं पत्रिका ‘ स्मृतिका ’ . फेसबुक पेज - स्मृतिका

समीक्षा
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  • author
    Omveer Rathaur "Om rathaur"
    19 जनवरी 2023
    जब कोई काम नहीं कर रहे हो तो घड़ी की तरफ देखो; और जब कोई काम कर रहे हो तो घड़ी की तरफ मत देखो।
  • author
    Ravindra N.Pahalwam
    07 अक्टूबर 2018
    उस ओर जो नहीं देखा है / उसकी कल्पना की जाए / विचारों में हलचल पैदा करने वाली रचना...
  • author
    Bhuvneshwar Chaurasiya "Bhunesh"
    17 जून 2018
    वाह क्या बात है
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    Omveer Rathaur "Om rathaur"
    19 जनवरी 2023
    जब कोई काम नहीं कर रहे हो तो घड़ी की तरफ देखो; और जब कोई काम कर रहे हो तो घड़ी की तरफ मत देखो।
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    Ravindra N.Pahalwam
    07 अक्टूबर 2018
    उस ओर जो नहीं देखा है / उसकी कल्पना की जाए / विचारों में हलचल पैदा करने वाली रचना...
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    Bhuvneshwar Chaurasiya "Bhunesh"
    17 जून 2018
    वाह क्या बात है