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बंद दरवाजा ......मेरी मोहब्बत

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बंद दरवाजा हुआ करता था ....कभी आजकल खुलने लगा है ..... ये तो पीछे का दरवाजा था ..... आजकल यहीं से आना जाना होने लगा है..... सुबह सवेरे पानी से धुलने लगा है .......और उनकी गाड़ियाँ अब यहीं से ...

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Deepali Mathur

दीपाली माथुर......🌷🌹M.A. Topper (political Science) अक्सर उन शब्दों का अकाल पड़ जाता है... जिनसे लोग खुश रहें..... कहाँ ढूंढने निकलें इन्हें............? हमारे शब्दों की चुभन बर्दाश्त कर पाना हर किसी के बूते की बात नही............ 🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺

समीक्षा
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    30 मार्च 2021
    वाह बहुत सुन्दर💐💐
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    30 मार्च 2021
    वाह बहुत सुन्दर💐💐