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बैलून

4.6
1592

एक औरत का संघर्ष पैतृक समाज की कुरितियों के बीच दम नहीं तोड़ता.

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लेखक के बारे में
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Kumar Priyadarshi
समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    मुकेश आनंद
    11 మార్చి 2021
    wahh
  • author
    मनीष सिन्हा
    10 మే 2021
    बहुत ही सुन्दर रचना।।
  • author
    Riddhi Gupta
    12 మార్చి 2021
    choti si khani m bhut kuch kha diya
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  • author
    मुकेश आनंद
    11 మార్చి 2021
    wahh
  • author
    मनीष सिन्हा
    10 మే 2021
    बहुत ही सुन्दर रचना।।
  • author
    Riddhi Gupta
    12 మార్చి 2021
    choti si khani m bhut kuch kha diya