रेणु मिश्रा, पेशे और पैशन दोनों से कवि/लेखक, जन्म 18 दिसंबर को वाराणसी में हुआ और उसके बाद लगभग पूरे हिंदुस्तान की सैर की, इसलिये स्वभाव घुमक्कड़, प्रकृति-प्रेमी और मनमौजी हैं मगर हाशिये पर खड़े हर व्यक्ति, हर स्त्री के प्रति संवेदनशील हैं ।
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से दर्शनशास्त्र में परास्नातक किया, इसके उपरांत सिक्किम मणिपाल विश्वविद्यालय से पत्रकारिता व जनसंपर्क में परास्नातक की शिक्षा प्राप्त की।
पिछले कई वर्षों से कविता, कहानी, यात्रा-वृतांत इत्यादि के ज़रिए हिंदी साहित्य से जुड़ाव है। विभिन्न दैनिक समाचारपत्रों व साहित्यिक पत्रिकाओं जैसे :- वागर्थ, पाखी, कादंबिनी, आउटलुक, कथाक्रम, कथादेश, कृति-ओर, गाथांतर, यथावत, लोक-विमर्श, दैनिक जागरण, अमर उजाला काव्य, इत्यादि में समय-समय पर कवितायें एवं कहानियाँ प्रकाशित होती रही हैं।
कुछ प्रकाशित किताबें इस प्रकार हैं :
1.जब मैं कोई नहीं हूँ (काव्य-संग्रह), बोधि प्रकाशन
ASIN - BO89RKRDGX
2. विरहगीतिका (साझा काव्य संग्रह), हिन्द युग्म
ISBN - 9381394628
3. धूप के रंग (साझा काव्य संग्रह), हिन्द युग्म
ISBN - 9381394881
4.धूप के रंग (साझा कहानी संग्रह), राही प्रकाशन
ISBN - 978-8193575208
5. रेखाएँ बोलती हैं (साझा कहानी संग्रह), शिवना प्रकाशन
ISBN - B07C3J84W4
इसके अलावा कविता-कोश में भी कविताएँ संकलित हैं। प्रसिद्ध कहानीकार व गीतकार नीलेश मिसरा के ऑनलाइन प्लैटफ़ार्म yourmic द्वारा इनकी कविताओं के विडियो-सिरीज़ रीलीज़ किया गया है, जिसे उनके हजारों-लाखों दर्शकों ने देखा और सराहा।
वर्तमान पता- अलीगढ़, उत्तर-प्रदेश।
ईमेल- [email protected]
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