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बैठ जाता हूॅं मिट्टी पे अक्सर

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बैठ जाता हूॅं मिट्टी पे अक्सर... क्योंकि मुझे अपनी औकात अच्छी लगति है मैने समंदर से सीखा है जीने  का सलीका चुपचाप से बहना और अपनी मौज में रहना ऐसा नहीं है कि मुझमें कोई ऐब नहीं है पर सच कहता ...

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लेखक के बारे में
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SHIVA JI

😊Every time I look at the keyboard I See that, you and I always together 😊 27aug🎂🎂🎂

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Saurav Pandey
    25 सितम्बर 2021
    wah ...bhut achi rachna hai ...jisne bhi likha hai bhut khubsurti se likha hai 👏👏👏
  • author
    Ñâdëēm
    29 जून 2021
    मैंने पढ़ी है बहुत अच्छी है आपका चश्मा वाह भी वाह 😂😂😂 😎🤓🤓🤓
  • author
    satyapal kuushwaha
    17 मई 2021
    इंसान में यही खूबी होनी चाहिए। बहुत शानदार💐💐
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    Saurav Pandey
    25 सितम्बर 2021
    wah ...bhut achi rachna hai ...jisne bhi likha hai bhut khubsurti se likha hai 👏👏👏
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    Ñâdëēm
    29 जून 2021
    मैंने पढ़ी है बहुत अच्छी है आपका चश्मा वाह भी वाह 😂😂😂 😎🤓🤓🤓
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    satyapal kuushwaha
    17 मई 2021
    इंसान में यही खूबी होनी चाहिए। बहुत शानदार💐💐