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बहुत देर हुई

4.4
13965

मर्मस्पशी कथाकार शरोवन की एक और दर्दभरी मार्मिक कहानी *** ‘जिस राहेल की अचानक पलायनता ने नीरव की जिन्दगी की कहानी का वास्तविक विषय ही बदल डाला था, उसी के दोबारा मिलने पर उसने उसे नकार क्यों ...

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लेखक के बारे में
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शरोवन

प्रतिलिपि में प्रकाशित मेरी कहानियों के सात संकलन, अर्थात सात पुस्तकें एक साथ प्रकाशित हुई हैं। इन पुस्तकों के नाम हैं; 1. माटी मेरे आंगन की 2. रोमिका 3. मेरे पथ का राही 4. अमावस्या 5. लहरें बुलाती हैं 6.मांझी नैया ढूंढे किनारा 7. शूशनगढ़ की सुंदरी मिलने का पता है; MSS 70 Janpath, New Delhi- 110001 Emai: [email protected] Phn. 91 11 2332 0253 Website. Www.masihisahitysanstha.com name: Sharovan Full name: Sharovan Kumar Singh Education: M.A. ( Hindi, Sociology), Bsc. zoology, Botany, Chemistry, Clinical: Medical technologist (USA) Writings: Novels, stories, poems Footnote: two times winner of Hindi stories competition of Delhi Press famous magazine ' Sarita'; first and second prize. Residency: Georgia, USA. Facebook: Novelist Sharovan website: Yeshukepaas.org email: [email protected] Resident of: 2379 Cochise Dr., Acworth, Ga 30102, USA. contact: 7707267286, 4042138257 शरोवन- जन्म स्थान- सहारनपुर, सेमनरी, उत्तर-प्रदेश, भारत, शिक्षा- बी. एस. सी. जीवविज्ञान व रसायनशास्त्र स्नातकोत्तर- हिन्दी व समाजशास्त्र रसायनशाला- सी. एल. टी. (एन. सी. ए.), यू. एस. ए., एम. टी. (ए. एम. टी.), यू. एस. ए. सी. एल. एस. सी., रसायनशास्त्र (एन. सी. ए., यू. एस. ए. लेखन- उपन्यास, कहानी एंव लेख संपादन- यीशु के पास, इनकारपोरेटिड, हिन्दी मसीह पत्र प्रकाशन, अमेरिका के अन्तर्गत चेतना हिन्दी मसीही पत्रिका का संपादन व प्रकाशन प्रकाशन- उपन्यास- बिखरे फूल, तुम दूर चले जाना, नैया, चरवाहा, भारत की रचना, जिल्पा, -कहानी संग्रह, तथा सरिता, मुक्ता, बाल भारती, भू-भारती, युवक, एंव चेतना में कहानियां व लेख प्रकाशितं। सम्प्रति- क्लीनीकल लेबोरेटोरी, यू. एस. ए. में मेडिकल टैक्नोलेजिस्ट व क्लीनीकल लेबोरेटोरी सांइटिस्ट रसायनशास्त्र के रूप में कार्यरत्। प्रकाशित रचनायें- प्रेम करता है वह - गवाहियों का संकलन जिल्पा -कहानी संग्रह तुम दूर चले जाना -उपन्यास नैया -उपन्यास चरवाहा -उपन्यास भारत की रचना -उपन्यास कलवरी के आंसू -उत्तरी भारत की सी. एन. आई. में व्याप्त भ्रष्टाचार पर आधारित एक मार्मिक उपन्यास यीशु नासरी - एक एतिहासिक व बिबलीकल सत्य फिर वहीं - कहानी संग्रह Tears of Calvary_ Novel english edition.

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Pramod Kumar
    12 फेब्रुवारी 2019
    वो फूल किताब के पन्नों में सुख गये । जो कभी प्रेम की सौगात से भर गये ।। कल उनकी याद में निखर गये। आज अर्थी के फूलों में बदल गये ।।
  • author
    sakshi Jain "ख्वाहिश"
    16 ऑक्टोबर 2018
    Bhahut achi
  • author
    28 फेब्रुवारी 2017
    pratilipi par padi kahaniyo main se ye ab tak ki sabse bahatarin kahani hai aap ki sheli aur lekhan ka tarika bahut hi umda hai aur sabse acchi baat jo aap ne kahani ke samapan ko prarmbh se joda bahut hi khub
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    Pramod Kumar
    12 फेब्रुवारी 2019
    वो फूल किताब के पन्नों में सुख गये । जो कभी प्रेम की सौगात से भर गये ।। कल उनकी याद में निखर गये। आज अर्थी के फूलों में बदल गये ।।
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    sakshi Jain "ख्वाहिश"
    16 ऑक्टोबर 2018
    Bhahut achi
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    28 फेब्रुवारी 2017
    pratilipi par padi kahaniyo main se ye ab tak ki sabse bahatarin kahani hai aap ki sheli aur lekhan ka tarika bahut hi umda hai aur sabse acchi baat jo aap ne kahani ke samapan ko prarmbh se joda bahut hi khub