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बहुत बड़ी बात

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बहुत बड़ी बात है रह गया मेरा दिल तुमसे बात किये बिन इंतज़ार भी नहीं किया ना जाने ऐसा क्या हुआ एक तस्सली थी मन को अभी कल ही मुलाक़ात थी जैसे बस  एक याद जरूरी थी वक्त तो बीतता जा रहा था पर ख्याल रह रह ...

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लेखक के बारे में
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Meena (Sumi) Rawlani

क्यों तुम पहचान कर भी अनजान बने रहते हो दोस्ती का मुखौटा पहनकर दुश्मनों सा व्यवहार करने लगते हो ll शायद यही होती है दोस्ती ऐसी कहलाती है दोस्ती पहले दोस्त बनाते हो फिर दुश्मन बनकर पीठ में खंजर घोपने लगते हो l Sumi

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    JETHARAM MANARAM "CHOUDHARY"
    13 जुलाई 2021
    सुन्दर
  • author
    13 जुलाई 2021
    बहुत ही खूबसूरत पंक्तियाँ डियर 👌👌👌👌👌❤️❤️❤️
  • author
    Pappi Jat
    13 जुलाई 2021
    वाह जी वाह लाजवाब लिखा है
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    JETHARAM MANARAM "CHOUDHARY"
    13 जुलाई 2021
    सुन्दर
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    13 जुलाई 2021
    बहुत ही खूबसूरत पंक्तियाँ डियर 👌👌👌👌👌❤️❤️❤️
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    Pappi Jat
    13 जुलाई 2021
    वाह जी वाह लाजवाब लिखा है