हंस चुभें ज्ञान रूपी मोती, बगुला चुभें कीड़े मकोड़े। हंस चाल चलिए अंतश में, मिलेंगे अमृत थोड़े थोड़े।। --------------------------------------------- दोनों के बाह्य रूप, ...
मेरा नाम दिनेश कुमार जोशी है मैं पेशे से एक शिक्षक हु। मैं छतीसगढ़ के अंतर्गत दुर्ग जिले का निवासी हु। मैं सत्य के समीप कविता ,गीत लिखना पसन्द करता हूं। एवं समय का सदुपयोग करना मेरा फितरत है।
सारांश
मेरा नाम दिनेश कुमार जोशी है मैं पेशे से एक शिक्षक हु। मैं छतीसगढ़ के अंतर्गत दुर्ग जिले का निवासी हु। मैं सत्य के समीप कविता ,गीत लिखना पसन्द करता हूं। एवं समय का सदुपयोग करना मेरा फितरत है।
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