pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

बदले बदले से नजर और मिजाज

5
58

बदले से नजर आ रहे,बदला सा हे मिज़ाज़ हसरत भरी नजर को नजर लग गई बरसात का मौसम है,मौन क्यों हुवे आप क्या बात हो गयी ऐसी, पास नहीं हो आप शीकायत हमसे हे,या किसी और से या फिर किसी और मुलाक़ात हो गयी एक ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
Dipak Bora

अगर आप फोलो करे और कुछ सही गलत बता सके।तब और भी अच्छा दे सकेंगे हम अपनी तरफ से

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    KDS
    22 ஜூலை 2019
    👌👌👌👌
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    KDS
    22 ஜூலை 2019
    👌👌👌👌