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बड़े घर की लड़की

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स्वेच्छा या अपनी स्वीकृति से विवाह करना प्रत्येक स्त्री और पुरुष का मानवाधिकार है ,लेकिन जाति -धर्म और सामाजिक प्रतिष्ठा की चिंता के फेर में कई युवतियों की ज़िंदगी बर्बाद या समाप्त हो जाती है ।

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लेखक के बारे में

स्वतंत्र लेखन , 'इस जनम की बिटिया' एवं 'टुकड़ा टुकड़ा इश्क़ और युद्ध' दो काव्य संग्रह प्रकाशित। कविताएं हंस, कथादेश, कादम्बिनी, आजकल, इंद्रप्रस्थ भारती आदि पत्रिकाओं में प्रकाशित, पूर्व में न्यूज़ रीडर (आकाशवाणी दिल्ली) फेसबुक पेज https://www.facebook.com/jyotsna.15/ पर सक्रिय यू ट्यूब चैनल पर कविताएं : https://www.youtube.com/channel/UCwKPATswcN0gfHAa0LYaxyg कहानी लेखन भी ।

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Basant Singh
    11 ডিসেম্বর 2018
    बहुत ही बेहतरीन और उच्चश्रेणी की लेखन कला।
  • author
    Prabha Narain
    11 জুন 2020
    उत्तम, रचना लिखना एवं शब्दों के पिरोने की कला भी अच्छी है।
  • author
    Srishti Shubhi
    18 জুন 2020
    बहुत सुंदर रचना।
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  • author
    Basant Singh
    11 ডিসেম্বর 2018
    बहुत ही बेहतरीन और उच्चश्रेणी की लेखन कला।
  • author
    Prabha Narain
    11 জুন 2020
    उत्तम, रचना लिखना एवं शब्दों के पिरोने की कला भी अच्छी है।
  • author
    Srishti Shubhi
    18 জুন 2020
    बहुत सुंदर रचना।