pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

बचपन से पचपन तक

5
15

कोई- कोई दोस्ती हम खुद नहीं चुनते बल्कि दोस्ती की भावना हमें चुन लेती हैं । जब हमें सही- गलत, अच्छे- बुरे का कोई ज्ञान नहीं होता तब कोई साथ निभाता है अपने नन्हे- नन्हे हाथों का पकड़ इतनी मजबूत हो ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
shweta kumari

मेरी कलम मेरा वजूद A writter lives more and more life in his one life. I feel that i also live many characters lives who comes in my imaging.

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    anshu saxena
    23 अगस्त 2022
    किसी के जीवन का सच है तो खूबसूरत, और ख्याल से लिखी कथा है तो बेहतर लेखन श्वेता जी😊 बधाई💐
  • author
    Ranjana Gupta "ranjanawrites"
    08 अगस्त 2022
    nice
  • author
    लकी निमेष "lucky"
    08 अगस्त 2022
    khoob
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    anshu saxena
    23 अगस्त 2022
    किसी के जीवन का सच है तो खूबसूरत, और ख्याल से लिखी कथा है तो बेहतर लेखन श्वेता जी😊 बधाई💐
  • author
    Ranjana Gupta "ranjanawrites"
    08 अगस्त 2022
    nice
  • author
    लकी निमेष "lucky"
    08 अगस्त 2022
    khoob