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【{【{बार बार}】}】

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कहता है दिल बार बार, बतायो हमसे कितना प्यार. चाँद लायोगे क्या तारों संग, बनकर आयोगे क्या राजकुमार। कबसे हैं सूनी आँखें, लगायोगे क्या काजल की धार. सोहना मुखडा उतर चुका है, कर जायोगे क्या सोलह ...

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लेखक के बारे में
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Singh
समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    विभा यादव
    27 अप्रैल 2020
    यह दिल है कि कमबख्त मानता ही नहीं उनकी आंखों के काजल और उनके लबों पर हंसी के लिए तरसता है
  • author
    Seema Arya "सीमा"
    27 अप्रैल 2020
    👌
  • author
    chatur Parmar
    27 अप्रैल 2020
    બહોત ખૂબ
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    विभा यादव
    27 अप्रैल 2020
    यह दिल है कि कमबख्त मानता ही नहीं उनकी आंखों के काजल और उनके लबों पर हंसी के लिए तरसता है
  • author
    Seema Arya "सीमा"
    27 अप्रैल 2020
    👌
  • author
    chatur Parmar
    27 अप्रैल 2020
    બહોત ખૂબ