pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

बाल मनुहार

3.3
37

बोला लल्ला एक बार सुन लो मैइया मेरी पुकार, जाउ न जब मैं बहुत दूर बलदाऊ करे मुझको मजबूर |                                  ग्वाल बाल संग स्वांग रचावे                                  बार-बार ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
Renu Pandey

🅱🅻🅾🅶 🅰🅲🅲🅾🆄🅽🆃 renupandeyspy.blogspot.com

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Dipti Chowdhary
    22 दिसम्बर 2019
    कविता की विषयवस्तु सामान्य है ।पर मुझे अच्छी लगी ।कई आशंकाओं को ले व्यक्ति डरताहै।
  • author
    शैलेश सिंह "शैल"
    17 मई 2020
    बहुत ही खूबसूरत मधुर शब्दों का रस घोल आपने बाल मनुहार में
  • author
    Suraj Prajapati
    17 अक्टूबर 2019
    I am chandan
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Dipti Chowdhary
    22 दिसम्बर 2019
    कविता की विषयवस्तु सामान्य है ।पर मुझे अच्छी लगी ।कई आशंकाओं को ले व्यक्ति डरताहै।
  • author
    शैलेश सिंह "शैल"
    17 मई 2020
    बहुत ही खूबसूरत मधुर शब्दों का रस घोल आपने बाल मनुहार में
  • author
    Suraj Prajapati
    17 अक्टूबर 2019
    I am chandan