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अयोध्या सिंह उपाध्याय "हरिऔध"

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"प्रिय प्रवास" पहला महाकाव्य, खड़ी बोली का कहलाया। "हरिऔध जी" ने 15 अप्रैल, 1865 में, आजमगढ़ में जन्म पाया।। श्री भोलानाथ, रूक्मिणी देवी थे,इ इन कविवर के मात-पिता। वैदेही वनवास, चुभते चौपदे, ...

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लेखक के बारे में
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Shikha Verma

नारी तुम केवल वस्तु नही , हो अमर प्रेम की अमरकथा।। युग युग से जलती आई हो,अब बदलो अपनी करुण व्यथा।। मैं एक शिक्षिका,एक पत्नी,एक प्रेमिका,एक मां .... एक स्त्री हूं।।

समीक्षा
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  • author
    Ram Binod Kumar "दिव्य"
    08 सितम्बर 2021
    कविवर को सादर नमन
  • author
    upendra kumar singh "परमार"
    08 सितम्बर 2021
    सुंदर जानकारी
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    Ram Binod Kumar "दिव्य"
    08 सितम्बर 2021
    कविवर को सादर नमन
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    upendra kumar singh "परमार"
    08 सितम्बर 2021
    सुंदर जानकारी