pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

अवतार नहीं होगा।

4.9
135

कान खोल सुन लो आस्तिकों ! अब कोई अवतार नहीं होगा । कोई भगवान किसी रूप में कभी अवतरित नहीं होगा । कितनी ही जिगिषाएं, सौम्याएँ, निर्भयाएँ तार-तार हो जाएँ । कितने ही मासूमों को अजगर सा निगल जाए ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
Narayan Gaurav
समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    10 सितम्बर 2018
    बहुत बढिया रचना
  • author
    मिताली सिंह
    17 जून 2017
    वाह ! अद्भुत 👌
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    10 सितम्बर 2018
    बहुत बढिया रचना
  • author
    मिताली सिंह
    17 जून 2017
    वाह ! अद्भुत 👌