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!!’’ औरत तेरी यही कहानी ’’!!

3.9
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!!’’ औरत तेरी यही कहानी ’’!! आंचल मे है दूध, आंखों मे पानी, त्याग, सेवा और बलिदान है तेरी निशानी औरत तेरी यही कहानी। औरत तेरी यही कहानी। तू ममता की देवी है तू मानव की जननी है, पर तेरी सेवा न करते ...

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लेखक के बारे में
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राजेश कुमार
समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Amod Madhukar
    11 जुलाई 2019
    अबला जीवन तेरी यही कहानी,आंचल में दूध आंखों में पानी-मैथलीशरण गुप्त की पंक्तियों की पुनरावृत्ति आपकी रचना में लगती है,कृपया इससे बचें और अन्यथा न लें।वैसे आपकी रचना अच्छी है।
  • author
    renu kapoor very innovative
    18 अगस्त 2022
    श्रेष्ठ रचना के लिए धन्यवाद आपका
  • author
    Jayshree Rai
    23 फ़रवरी 2022
    वाह बेहतरीन रचना👌👌👌👌👌
  • author
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  • author
    Amod Madhukar
    11 जुलाई 2019
    अबला जीवन तेरी यही कहानी,आंचल में दूध आंखों में पानी-मैथलीशरण गुप्त की पंक्तियों की पुनरावृत्ति आपकी रचना में लगती है,कृपया इससे बचें और अन्यथा न लें।वैसे आपकी रचना अच्छी है।
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    renu kapoor very innovative
    18 अगस्त 2022
    श्रेष्ठ रचना के लिए धन्यवाद आपका
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    Jayshree Rai
    23 फ़रवरी 2022
    वाह बेहतरीन रचना👌👌👌👌👌