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आत्म समर्पण

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आत्मनिर्भर स्त्री, स्त्री पुरुष दोनों इस समाज की एक आवश्यक नीव होते हैं, इनके बिना समाज का होना संभव नहीं है, और दोनों एक दूसरे के पूरक भी होते हैं और समाज के निर्माण अब भी होते हैं, आत्मनिर्भर ...

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लेखक के बारे में
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Ranjana Mishra

मैं एक सामान्य महिला हूं ,मुझे लिखना अच्छा लगता हैं,। जस्बात को औरो में बिखरेने मन था जो ,मुझे जाने मेरे विचारों को समझें इसी उम्मीद के साथ ,।

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    28 नवम्बर 2021
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