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असम्भव सम्भव

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कुछ भी असम्भव नहीं इस जग में कब क्या हो जाए कोई नहीं जानता इस जगत की अनित्यता को कोई नहीं पहचानता ज़ब भी सोचते यह नहीं हो सकता कुछ न कुछ असम्भव सा घट ही जाता।                                   ...

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लेखक के बारे में
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Nimisha Verma

An advocate,my hobbies are writing ,studying.I believe in hope.Everything lost still future remains

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    kanhaiya khatri (. K. K .)
    15 अप्रैल 2024
    बिल्कुल सही कहा बेहतरीन पंक्तियां आपकी वाह 👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌
  • author
    mohan lal
    15 अप्रैल 2024
    🌺🌺🙏 बहुत ही शानदार सृजन किया है आपने 🙏🌺 आप महान रचनाकार हो 💐🙏 मेरी रचना पढ़कर, समीक्षा दे, आशीर्वाद के रूप में, प्रोत्साहन राशि जरूर 🙏💐🙏💐🌺🙏🌺🙏🌷🙏💐
  • author
    संतोष नायक
    15 अप्रैल 2024
    ' आज के विषय'पर सकारात्मक पंक्तियां लिखी है आपने।
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  • कुल टिप्पणी
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    kanhaiya khatri (. K. K .)
    15 अप्रैल 2024
    बिल्कुल सही कहा बेहतरीन पंक्तियां आपकी वाह 👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌
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    mohan lal
    15 अप्रैल 2024
    🌺🌺🙏 बहुत ही शानदार सृजन किया है आपने 🙏🌺 आप महान रचनाकार हो 💐🙏 मेरी रचना पढ़कर, समीक्षा दे, आशीर्वाद के रूप में, प्रोत्साहन राशि जरूर 🙏💐🙏💐🌺🙏🌺🙏🌷🙏💐
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    संतोष नायक
    15 अप्रैल 2024
    ' आज के विषय'पर सकारात्मक पंक्तियां लिखी है आपने।