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अरेंज्ड मैरिज

3.7
140

आज आंखो से आंसू नहीं रुक पा रहे, स्टेज पर खड़े हो कर भी, सबके सामने आज मेरा दर्द बह निकला बिना ये देखे की सामने कितने लोग बैठे हैं। आंसू पोछने के लिए हाथ बढ़ाया ही था कि मेरे बेटे ने हाथ रोक ...

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लेखक के बारे में
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Renu Asha
समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    sulakshana mishra
    02 जून 2020
    प्रेरणादायक !!
  • author
    Ruchi Singh
    01 जून 2020
    bahut sunder
  • author
    Anita Verma
    01 जून 2020
    बहुत सुंदर रचना
  • author
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  • author
    sulakshana mishra
    02 जून 2020
    प्रेरणादायक !!
  • author
    Ruchi Singh
    01 जून 2020
    bahut sunder
  • author
    Anita Verma
    01 जून 2020
    बहुत सुंदर रचना