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अपनी नाव #बचपन की बारिश और कागज़ की कश्ती

4.7
93

बिटिया कागज़ की नाव बनाना सीख गई थी, रोज़ रंग-बिरंगी नाव बनाती और बेसब्री से बरसात का इंतज़ार करती । काले-काले मेघ आते पर निष्ठुर बरसे बिना ही चले जाते और बिटिया उदास हो उठती । मैंने उसको एक रास्ता ...

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लेखक के बारे में
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सुनीता पवार

एक बेटे की माँ..एक राजा की रानी ...दो घरों का सम्मान .....सह- संस्थापक FB पेज "मेरी पंक्ति" (www.facebook.com/mankevichar/) ... नृत्य एवं लिखने की रूचि ... नियमित योग करना

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    18 जुलाई 2020
    कागज़ की नाव के साथ सभी की बचपन की यादें जुड़ी हुई है प्रायः। आपने अपनी लेखनी से आज उसको जीवंत कर दिया। और कहानी में जो ज्ञान की बातें लिखी वो बच्चों के साथ बड़ों के लिए भी ज्ञानवर्धक है। मेरी कलम के साथ जुड़ने के लिए आपका दिल से आभार। 🙏
  • author
    Vijaykant Verma
    16 जुलाई 2020
    बहुत सुंदर कहानी लिखी है आपने। मस्ती के साथ बच्चों को प्रेरणा देने वाली भी..!!
  • author
    Ashok Upadhyay
    16 जुलाई 2020
    👌👌👌👌👌👍👍👍👍👍😊😊😊😊😊💯💯💯💯💯💯💯💯
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    18 जुलाई 2020
    कागज़ की नाव के साथ सभी की बचपन की यादें जुड़ी हुई है प्रायः। आपने अपनी लेखनी से आज उसको जीवंत कर दिया। और कहानी में जो ज्ञान की बातें लिखी वो बच्चों के साथ बड़ों के लिए भी ज्ञानवर्धक है। मेरी कलम के साथ जुड़ने के लिए आपका दिल से आभार। 🙏
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    Vijaykant Verma
    16 जुलाई 2020
    बहुत सुंदर कहानी लिखी है आपने। मस्ती के साथ बच्चों को प्रेरणा देने वाली भी..!!
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    Ashok Upadhyay
    16 जुलाई 2020
    👌👌👌👌👌👍👍👍👍👍😊😊😊😊😊💯💯💯💯💯💯💯💯