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अंत कि आरंभ

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अंत और आरंभ, दोनों अलग कहां हैं एक दूसरे से... एक खत्म होता है तभी तो दूसरा शुरू होता है... ये तो हम पर या हमारी सोच पर निर्भर करता है, कि हम क्या मानते हैं..... कभी कभी लगता है कि जिंदगी में ...

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लेखक के बारे में
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बलजीत कौर

💜💜

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    23 மே 2020
    बहोत ही अच्छा लिखा है इस विषय पर आपने , आपका लिखने का प्रयास काफी सराहनीय है
  • author
    रूप नारायन "Roop"
    24 மே 2020
    बिल्कुल सही कहा,, अंत ही आरंभ है। 💐💐👌👌👏👏🌺🌺🌹🌹👍👍
  • author
    Awanish Chaubey
    24 மே 2020
    सही लिखा बिल्कुल आपने। सुंदर रचना 👏👏👌👌🙏🙏
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    23 மே 2020
    बहोत ही अच्छा लिखा है इस विषय पर आपने , आपका लिखने का प्रयास काफी सराहनीय है
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    रूप नारायन "Roop"
    24 மே 2020
    बिल्कुल सही कहा,, अंत ही आरंभ है। 💐💐👌👌👏👏🌺🌺🌹🌹👍👍
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    Awanish Chaubey
    24 மே 2020
    सही लिखा बिल्कुल आपने। सुंदर रचना 👏👏👌👌🙏🙏