pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

अनकही

4.3
12624

डोरबेल की आवाज आई...., शाम के ७ बज रहे थे राजीव के आने का समय हो गया था। कविता भागती हुई दरवाजा खोलने गई तो सामने राजीव खड़ा था, उसके हाथों से बैग लेती हुई वह बोली बहुत थके लग रहें हैं आप....., ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
ANAMIKA RANI

मैं अनामिका रानी, मैंने ग्रेजुएशन तक पढ़ाई की है और मैं बचपन से ही स्टोरीज पढ़ने का शौक रखती हूं तो पढ़ते-पढते ही मुझे लिखने की प्रेरणा मिली तो मैंने अब लिखना शुरू किया है आशा करती हूं आप सबको मेरी लेखनी पसंद आएगी।

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    28 नवम्बर 2017
    Good But not in real life
  • author
    08 सितम्बर 2017
    उम्दा रचना.. 👌👌
  • author
    Poonam Sharma
    30 अप्रैल 2021
    पत्नी हमेशा अपने पति को हद से ज़्यादा प्यार करती है, पति समझे या न समझे। बिना किसी उम्मीद के वो अपना सबकुछ दाव पर लगाकर अपनी गृहस्थी की चलाती है
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    28 नवम्बर 2017
    Good But not in real life
  • author
    08 सितम्बर 2017
    उम्दा रचना.. 👌👌
  • author
    Poonam Sharma
    30 अप्रैल 2021
    पत्नी हमेशा अपने पति को हद से ज़्यादा प्यार करती है, पति समझे या न समझे। बिना किसी उम्मीद के वो अपना सबकुछ दाव पर लगाकर अपनी गृहस्थी की चलाती है