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अनहोनी

4.5
22277

आज अचानक उसे देखा बाजार में उम्र का थोड़ा सा असर तो हुआ है पर आज भी चेहरे में वो खिंचाव है कि कोई देखे तो अपनी आंखे ना हटा पाए | ऐसा नहीं कि बहुत खूबसूरत है वो पर कुछ तो है उसकी आंखों में जो सीधा दिल ...

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लेखक के बारे में
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खुशबू जैन

खुश बू

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    RB Sharma
    28 जून 2020
    बहुत ही अच्छी कहानी है ये कहानी उसके लिए है जिसने कभी किसी से सच्चा प्यार किया हो और वो आज भी उसके दिल के किसी कोने में है इस कहानी को कुछ आगे औऱ बढ़ाया जा सकता था फिर ओर अच्छी लगती
  • author
    Samu
    06 जून 2018
    Very nice
  • author
    yunus memon
    30 जून 2020
    खुशी क्या होती है।रिश्ता क्या होता है।एहसास का जिन्दगी का हिस्सा हैसे है ये सब कुछ समझा दिया आपने। कैसे सिर्फ़ साथ चलने वाला हम सफर नही होता और कैसे सिर्फ़ साथ रहने से रिश्ता तो होता है मगर समर्पण नही होता। जज्बात और जिम्मेदारी के बीच क्या अंतर है ये भी बखुबी रेखांकित कर दिया अपने।बधाई हो
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    RB Sharma
    28 जून 2020
    बहुत ही अच्छी कहानी है ये कहानी उसके लिए है जिसने कभी किसी से सच्चा प्यार किया हो और वो आज भी उसके दिल के किसी कोने में है इस कहानी को कुछ आगे औऱ बढ़ाया जा सकता था फिर ओर अच्छी लगती
  • author
    Samu
    06 जून 2018
    Very nice
  • author
    yunus memon
    30 जून 2020
    खुशी क्या होती है।रिश्ता क्या होता है।एहसास का जिन्दगी का हिस्सा हैसे है ये सब कुछ समझा दिया आपने। कैसे सिर्फ़ साथ चलने वाला हम सफर नही होता और कैसे सिर्फ़ साथ रहने से रिश्ता तो होता है मगर समर्पण नही होता। जज्बात और जिम्मेदारी के बीच क्या अंतर है ये भी बखुबी रेखांकित कर दिया अपने।बधाई हो