जैसे सूरज बिन सांझ अंधेरा, जैसे नैन बिन संसार अंधेरा। कर देता है मन को व्याकुल, ये मन का घना अंधेरा। एक राज़ छुपा है इसमें कोई, रोशनी का है प्रतीक अंधेरा। ये अंधेरा कितना गहरा, अंधकार से उजागर करता ...
जैसे सूरज बिन सांझ अंधेरा, जैसे नैन बिन संसार अंधेरा। कर देता है मन को व्याकुल, ये मन का घना अंधेरा। एक राज़ छुपा है इसमें कोई, रोशनी का है प्रतीक अंधेरा। ये अंधेरा कितना गहरा, अंधकार से उजागर करता ...