pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

अनामिका

4.8
43

मेरी खामोशी को कान लगाकर सुनो तो तुम्हे... सन्नाटे को तोड़ती जुझारू चीत्कार सुनाई देगी...... मेरी आंखों में बसी है कभी न खत्म वाली विवश रात... इन पलको के चिलमन में झांक कर देखो तो तुम्हे... ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में

छोड़ दू मैं लिखना अभी....✒️📖✒️ पर किसी की सांसे चलती हैं लफ्जों से मेरी✏️📚✏️ 🕉️शिवभक्तिन🔱 Name - Anamika singh Nick name - moon🌝 Insta id - @namika1710 Your quote id - wounded bird First cry - 17oct 💕💕Philomuse🎶🎸🎵🎼 🌜🌜selenophile💕💕

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    पवनेश मिश्रा
    11 मार्च 2021
    आपने वैचारिक स्तर पर समृद्ध एवम बहुत सुंदर रचना साझा की है अनामिका जी, 🙏🏻🌹🙏🏻,
  • author
    Aniruddhsinh zala "રાજ"
    13 अप्रैल 2021
    wah wah khub j sundr addbhut lekhni khush rho lkhta rho
  • author
    04 मार्च 2021
    वाकई बहुत सुंदर रचना है 👌👌👌👌👌👌 very very nice
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    पवनेश मिश्रा
    11 मार्च 2021
    आपने वैचारिक स्तर पर समृद्ध एवम बहुत सुंदर रचना साझा की है अनामिका जी, 🙏🏻🌹🙏🏻,
  • author
    Aniruddhsinh zala "રાજ"
    13 अप्रैल 2021
    wah wah khub j sundr addbhut lekhni khush rho lkhta rho
  • author
    04 मार्च 2021
    वाकई बहुत सुंदर रचना है 👌👌👌👌👌👌 very very nice