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अनजाना रिश्ता ..

3.6
5768

जून का महीना था ..15 तारीख .लैपटॉप आन किया तो एक मैसेज दिखा ...हाय आपकी प्रोफाइल देखी कुछ अलग है सबसे क्या हम दोस्त बन सकते हैं ?नमन ......कुछ सोचते हुए ममता ने नमन की प्रोफाइल सर्च की सलमान खान ...

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समीक्षा
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  • author
    Preetam Singh Dbz
    05 नवम्बर 2016
    बेवकूफ को ये नहीं समझ में आया की जहा से प्यार मिलता है वो उस तरफ जाना चाहिए . क्योकि सब एक है .बस दुसरो की चीज और खुसिया अछि लगाती है ..... या तो लड़की को bhai या दोस्त चाहिए पर ये कमी हस्बैंड भी पूरी करता है नॉनसेंस story.
  • author
    Nabeel Muheet
    05 नवम्बर 2016
    गुड hai.पर aage Kyu nahi lekha pls aage bhi likheye ...
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    Preetam Singh Dbz
    05 नवम्बर 2016
    बेवकूफ को ये नहीं समझ में आया की जहा से प्यार मिलता है वो उस तरफ जाना चाहिए . क्योकि सब एक है .बस दुसरो की चीज और खुसिया अछि लगाती है ..... या तो लड़की को bhai या दोस्त चाहिए पर ये कमी हस्बैंड भी पूरी करता है नॉनसेंस story.
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    Nabeel Muheet
    05 नवम्बर 2016
    गुड hai.पर aage Kyu nahi lekha pls aage bhi likheye ...