pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

अम्मा

4.4
6601

बहुत पुरानी कहावत है कि पूत कपूत हो सकता है, माता कुमाता नहीं हो सकती। कहते हैं कि माँ का हृदय दुष्टता से दूर होता है। जिस स्त्री का मन दुष्प्रवृत्ति से भर जाए वह माँ हो ही नहीं सकती। माँ तो ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में

लेखन जिसके लिए संजीवनी है, पढ़ना असंख्य मनीषियों की संगति, किताबें मंदिर और लेखक उस मंदिर के देव-देवी। कठकरेज’ (कहानी संग्रह) तथा मैथिली भोजपुरी अकादमी, दिल्ली से ‘जिनगी रोटी ना हऽ’ (कविता संग्रह), 'सम्भवामि युगे युगे' (लेख-संग्रह) व 'ऑनलाइन ज़िन्दगी' (कहानी संग्रह) प्रकाशित हो चुकी है। साझा काव्य संग्रह ‘पंच पल्लव’ और 'पंच पर्णिका' का संपादन भी किया है। वर्ण-पिरामिड का साझा-संग्रह ‘अथ से इति-वर्ण स्तंभ’ तथा ‘शत हाइकुकार’ हाइकु साझा संग्रह में आ चुके हैं। साहित्यकार श्री रक्षित दवे द्वारा अनुदित इनकी अट्ठाइस कविताओं को ‘वारंवार खोजूं छुं’ नाम से ‘प्रतिलिपि डाॅट काॅम’ पर ई-बुक भी है। आकाशवाणी और कई टी.वी. चैनलों से निरंतर काव्य-कथा पाठ प्रसारित होते रहने के साथ ही ये अपने गृहनगर में साहित्यिक संस्था ‘संवाद’ का संयोजन करते रहे हैं। इन्होंने हिंदी टेली फिल्म ‘औलाद, लघु फिल्म ‘लास्ट ईयर’ और भोजपुरी फिल्म ‘कब आई डोलिया कहार’ के लिए पटकथा-संवाद और गीत लिखा है। ये अबतक लगभग तीन दर्जन नाटकों-लघुनाटकों का लेखन और निर्देशन कर चुके हैं। वर्तमान में कई पत्रिकाओं के संपादक मंडल से जुड़े हुए हैं। साल 2002 से हिंदी शिक्षण और पाठ्यक्रम निर्माण में संलग्न हैं तथा वर्तमान में दिल्ली परिक्षेत्र में शिक्षण-कार्य करते हुए स्वतंत्र लेखन करते हैं। ये विश्व-पटल पर छात्रों को आॅनलाइन हिंदी पढ़ाते हैं। राजापुरी, उत्तम-नगर, नई दिल्ली

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Karishma Chauhan
    19 मे 2018
    so touching...... maa h mere pass... sasural m bhi mnn maa k paas hi lga rhta hai.... ye kahani padhte padhte haath per kaanpne lage the mere😢😢 tabhi maa ko phone lagaya aawaj sunker shanti mili...... samajh sakti hu..... kyu khne ko mayke m maa k alawa h hi kon mera😢😢😢😢
  • author
    Madhurima Srivastava
    12 एप्रिल 2018
    बेटा मन से कभी माँ से दूर नही होता।पत्नी से समायोजन के प्रयास मे 'नालायक'की उपाधि मिल जाती है।
  • author
    Jagrati Sharma
    25 जुन 2020
    aansoo aa gaye man bheeg gaya bahut khoob
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Karishma Chauhan
    19 मे 2018
    so touching...... maa h mere pass... sasural m bhi mnn maa k paas hi lga rhta hai.... ye kahani padhte padhte haath per kaanpne lage the mere😢😢 tabhi maa ko phone lagaya aawaj sunker shanti mili...... samajh sakti hu..... kyu khne ko mayke m maa k alawa h hi kon mera😢😢😢😢
  • author
    Madhurima Srivastava
    12 एप्रिल 2018
    बेटा मन से कभी माँ से दूर नही होता।पत्नी से समायोजन के प्रयास मे 'नालायक'की उपाधि मिल जाती है।
  • author
    Jagrati Sharma
    25 जुन 2020
    aansoo aa gaye man bheeg gaya bahut khoob