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आलोचना

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"गुनाहों के देवता" उपन्यास के लेखक डॉ धर्मवीर भारती और उनकी पत्नी कांता भारती का उपन्यास "रेत की मछली"पढ़ने के बाद, लगा कि धर्मवीर भारती केवल कहानी और उपन्यास में ही मानवीय संवेदना प्रकट करते है। रेत ...

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लेखक के बारे में

कहाँ है मेरा मोहन,मुझे तो पता दो? अरे दुनिया वालो,कोई तो बता दो।

समीक्षा
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  • author
    संतोष नायक
    03 जून 2025
    बहुत ही अच्छी व सच्ची ' आलोचना 'लिखी है आपने।पत्रिका धर्मयुग 'के संपादक बनने पर पहला पन्ना खोलते ही लिखा मिलता था कि ' ढेरों की संख्या में अयाचित सामग्री प्रकाशनार्थ हेतु आती है '। कुछ ऐसी ही बात 'अहा जिंदगी ' पत्रिका में भी लेखकों के लिए लिखी आती है।सही लिखा हैं आपने ' नाम बड़े और दर्शन छोटे '।
  • author
    03 जून 2025
    कुछ भी कहना अतिश्योक्ति होगी, मैंने दोनों ही नहीं पढ़ें हैं 🤔🤔🌹🙏🏻
  • author
    Suresh Upadhyay
    03 जून 2025
    बेहद ख़ूबसूरत सच पंडित राम राम..
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    संतोष नायक
    03 जून 2025
    बहुत ही अच्छी व सच्ची ' आलोचना 'लिखी है आपने।पत्रिका धर्मयुग 'के संपादक बनने पर पहला पन्ना खोलते ही लिखा मिलता था कि ' ढेरों की संख्या में अयाचित सामग्री प्रकाशनार्थ हेतु आती है '। कुछ ऐसी ही बात 'अहा जिंदगी ' पत्रिका में भी लेखकों के लिए लिखी आती है।सही लिखा हैं आपने ' नाम बड़े और दर्शन छोटे '।
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    03 जून 2025
    कुछ भी कहना अतिश्योक्ति होगी, मैंने दोनों ही नहीं पढ़ें हैं 🤔🤔🌹🙏🏻
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    Suresh Upadhyay
    03 जून 2025
    बेहद ख़ूबसूरत सच पंडित राम राम..