pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

अल्फ़ाज़ से भरपूर, मगर खामोश...

5
4

किताबें भी बिल्कुल मैरी तरह हैं, अल्फ़ाज़ से भरपूर,मगर खामोश... चला जाता हूं, झूमता झामता सा, जैसे मैं हूं,किसी नशे में मदहोश... कितना कुछ है,हमारे मनों में, अक्सर खो जाते हैं,हमारे होश... कभी मन मन ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
Rahul Gupta
समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Balram Soni
    10 मई 2023
    बहुत ही शानदार रचना लिखी है 🙏🌹 जय श्री राधे कृष्णा 🌹🙏
  • author
    Jaya Nagar
    10 मई 2023
    वाह,,, क्या खूब कहा👍👍👍👍
  • author
    10 मई 2023
    शानदार प्रस्तुति 👍☺️👌
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Balram Soni
    10 मई 2023
    बहुत ही शानदार रचना लिखी है 🙏🌹 जय श्री राधे कृष्णा 🌹🙏
  • author
    Jaya Nagar
    10 मई 2023
    वाह,,, क्या खूब कहा👍👍👍👍
  • author
    10 मई 2023
    शानदार प्रस्तुति 👍☺️👌