pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

अलातचक्र - 13

5
26

देवदर्शन और विशालाक्षी देवी का आविर्भाव संध्या के कुछ समय बाद ही  मैं जयतला ग्राम में पहुंचा। यहां के मुखर्जी वंश के लोग एक समय में बहुत बड़े जमींदार हुआ करते थे किंतु वर्तमान में उनकी  अवस्था अच्छी ...

अभी पढ़ें
अलातचक्र - 14
अलातचक्र - 14
Novels Craft
5
ऐप डाउनलोड करें
लेखक के बारे में
author
Novels Craft

नमस्कार मेरा नाम सिद्धान्त थापन है,मैं पेशे से एक चित्रकार हूं किंतु हिंदी साहित्य से मुझे सदा से ही प्रेम रहा है एवं हाल ही के कुछ वर्षों में मैने बांग्ला भाषा सीखी और फिर बांग्ला साहित्य भी पढ़ना शुरू किया। बांग्ला साहित्य को पढ़कर मुझे जो आनंद आता है वही आनंद मैं आप सभी हिंदीभाषी लोगो के साथ साझा करना चाहता हूं। इसलिए मैं अपने स्तर पर बहुत सी श्रेष्ठ बांग्ला कथाओं और उपन्यासों का हिंदी अनुवाद करके बांग्ला साहित्य से कुछ रत्न आपके समक्ष प्रस्तुत करने की क्षुद्र सी चेष्टा कर रहा हूं। यदि आपको क्लासिकल साहित्य पढ़ना पसंद हो तो मेरे प्रोफ़ाइल को फॉलो अवश्य करें।

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • रचना पर कोई टिप्पणी नहीं है
  • author
    आपकी रेटिंग

  • रचना पर कोई टिप्पणी नहीं है