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*आलसी बेटे* हास्य कविता

4.8
76

एक पिता के थे सोलह बेटे... रहते थे सदा खटिया पर लेटे.... पिता थे उनके मिस्टर राम धन.... और 16 की 16 औलादे आलसी नंबर वन... दिन रात खटिया पर वो टांग पसारते.... 20 -20 रोटी एक बार मे डकारते..... ...

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लेखक के बारे में
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Ravi Jangid

मैं रवि जाँगिड़ s/o सीताराम जाँगिड़ गणित विषय का अध्यापक हूँ। मुझे हास्य कविताएँ लिखने का शौक है। मै जयपुर राजस्थान से हूँ।

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Shyam Hardaha
    04 अगस्त 2019
    बहुत बढ़िया सर जी, बहुत बढ़िया.
  • author
    Rajendra Mishra "राजन"
    01 अगस्त 2019
    कमाल की बात कही है आपकी रचना में
  • author
    मनीष दैत्य
    31 जुलाई 2019
    सर जी आपका जवाब नही ✌😃😃
  • author
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  • author
    Shyam Hardaha
    04 अगस्त 2019
    बहुत बढ़िया सर जी, बहुत बढ़िया.
  • author
    Rajendra Mishra "राजन"
    01 अगस्त 2019
    कमाल की बात कही है आपकी रचना में
  • author
    मनीष दैत्य
    31 जुलाई 2019
    सर जी आपका जवाब नही ✌😃😃