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आखिर प्रेम जीत गया

4.7
62622

प्रेम ही तो है जो अमर है । ये कभी नही मरता , किश्तों में ही सही बंट कट कर ही सही पर ज़िंदा रहता है हमेशा । अनेक रंग हैं इस ढाई अक्षरिय छोटे से शब्द के और हर रंग अपने आप में इंद्रधनुष है । समाज ...

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लेखक के बारे में
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धीरज झा

नाम धीरज झा, काम - स्वछंद लेखन (खास कर कहानियां लिखना), खुद की वो बुरी आदत जो सबसे अच्छी लगती है मुझे वो है चोरी करना, लोगों के अहसास को चुरा कर कहानी का रूप दे देना अच्छा लगता है मुझे....किसी का दुःख, किसी की ख़ुशी, अगर मेरी वजह से लोगों तक पहुँच जाये तो बुरा ही क्या है इसमें :) .....इसी आदत ने मुझसे एक कहानी संग्रह लिखवा दिया जिसका नाम है सीट नं 48.... जी ये वही सीट नं 48 कहानी है जिसने मुझे प्रतिलिपि पर पहचान दी... इसके तीन भाग प्रतिलिपि पर हैं और चौथा और अंतिम भाग मेरे द्वारा इसी शीर्षक के साथ लिखी गयी किताब में....आप सब की वजह से हूँ इसीलिए कोशिश करूँगा कि आप सबका साथ हमेशा बना रहे... फेसबुक पर जुड़ें :- https://www.facebook.com/profile.php?id=100030711603945

समीक्षा
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    Mitesh Goyal
    10 सप्टेंबर 2016
    Kya likhu ab iske baare me.. Shyad zindagi isi Ka naam hai.. Jaha log had pal ek dusre KO dhokha Dene ki nayi nayi chaal sochte rehte hair, wahan is tarah ki kahani marte aadmi ke liye amrit ki tarah hai. Kin shabdo me aapko shukriya kahu.. Ye meri samajh se bahar hai..!!
  • author
    Harishankar Verma
    16 जानेवारी 2019
    मान गये झा जी,हम तो आपके दीवाने हो गये और साथ ही साथ आँखो मे ढेर सारी आँसूवो का सैलाब। और वो इसलिये की हमारी प्रेम कहानी भी कही ऐसी है। हमारे पास शब्द नही है,आपकी रचना की तारिफ के लिये,ये हमारा मो,9575123640 हो सके तो फ़ोन करियेगा,हमे अच्छा लगेगा।😀😥
  • author
    Tanzeem Qazi
    18 जुलै 2016
    Is kahani ki tareef krne k liye mere pass sabd hi nhi h.jitni bhi Kha jaye km h. pyar zindagi ka sbse haseen tohfa h. Ye kahani me mujhe apna pyar nazar aata h
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    Mitesh Goyal
    10 सप्टेंबर 2016
    Kya likhu ab iske baare me.. Shyad zindagi isi Ka naam hai.. Jaha log had pal ek dusre KO dhokha Dene ki nayi nayi chaal sochte rehte hair, wahan is tarah ki kahani marte aadmi ke liye amrit ki tarah hai. Kin shabdo me aapko shukriya kahu.. Ye meri samajh se bahar hai..!!
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    Harishankar Verma
    16 जानेवारी 2019
    मान गये झा जी,हम तो आपके दीवाने हो गये और साथ ही साथ आँखो मे ढेर सारी आँसूवो का सैलाब। और वो इसलिये की हमारी प्रेम कहानी भी कही ऐसी है। हमारे पास शब्द नही है,आपकी रचना की तारिफ के लिये,ये हमारा मो,9575123640 हो सके तो फ़ोन करियेगा,हमे अच्छा लगेगा।😀😥
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    Tanzeem Qazi
    18 जुलै 2016
    Is kahani ki tareef krne k liye mere pass sabd hi nhi h.jitni bhi Kha jaye km h. pyar zindagi ka sbse haseen tohfa h. Ye kahani me mujhe apna pyar nazar aata h