pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

अजीब कश्मकश ...

4.3
266

बड़ी शिद्दत मैंने जिनके अरमानों को संभाला था जिन्होंने मेरे हर जज्बात को संवारा था जिन्हें पाकर मैं खुद को कुछ विशेष समझ बैठा था करके बातें मैं उनसे बाद सूकून पाता था यूँही सिलसिला चलने लग दिन-रात ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में

मै एक साहित्य प्रेमी व्यक्ति हूँ . इस समय मै बी एच यू से एम् एड कर रहा हूँ .मुझे अंग्रेजी एवं हिंदी साहित्य पढ़ना एवं हिंदी में कवितायेँ लिखना मेरा शौक है .कभी -कभी शब्दों के साथ खेल लेता हूँ .मैंने अंग्रेजी एवं हिंदी दोनों बिषयो में परास्नातक किया है.

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    आदर्श पाण्डेय
    20 नवम्बर 2018
    #Fantastic
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    आदर्श पाण्डेय
    20 नवम्बर 2018
    #Fantastic