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" अजनबी रिश्ता "शेर- शायरी"

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बंद  थे   दिल  के  दर- ओ -दरवाजे,, ना  जाने  कैसी  सरगोशी  हुई।।        इश्क़ की एक लहर,, मेरे  ज़िस्म  को  छूती  महसूस  हुई।। ऐ अजनबी धीरे-धीरे तुमसे ना जाने,, ये  कैसा   रिश्ता   जुड़   गया।। ...

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लेखक के बारे में
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Nirmala Apaar Kumari "Apaar"

🌹💐💐🌹" शब्दों के फूल चुन -चुन कर मेंने एक माला पिरोई, जिसमें अपने विचारों की अभिव्यक्ति,कहानी,कविता, रचना के रूप में व्यक्त कर रही हूं । मेरे द्वारा स्वंयरचित मेरी रचनाओं को आप सभी अवश्य पढ़िए । पढ़ कर मुझे प्रोत्साहित करिए ।आपको मेरी रचनाएं कैसी लगती हैं ।समीक्षा कर मुझे अवश्य बताएं। 🌹🌹🌹🌹धन्यवाद 🌹🌹🌹🌹

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Mani🥰
    27 मई 2024
    बीन जाने ही मेरा दिल 💕 तुम्हारा हो गया,🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌺🌺🌺🌺🥰🌺🌺🌺🌺🌺✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️👌👌👌👌👌👌👌
  • author
    अनिता प्रदीप
    28 मई 2024
    वाह वाह,,,,बेहतरीन शायरी....बहुत ही बढ़िया 👌🏻👌🏻👌🏻👌🏻⚘️🌷🌷🙏🏼🙏🏼
  • author
    Aditi Tandon
    27 मई 2024
    प्रेम की बहुत सुंदर पंक्तियां लिखीं हैं आपने ✍️✍️✍️ जय श्री कृष्णा 🌺🙏🌺
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    Mani🥰
    27 मई 2024
    बीन जाने ही मेरा दिल 💕 तुम्हारा हो गया,🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌺🌺🌺🌺🥰🌺🌺🌺🌺🌺✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️👌👌👌👌👌👌👌
  • author
    अनिता प्रदीप
    28 मई 2024
    वाह वाह,,,,बेहतरीन शायरी....बहुत ही बढ़िया 👌🏻👌🏻👌🏻👌🏻⚘️🌷🌷🙏🏼🙏🏼
  • author
    Aditi Tandon
    27 मई 2024
    प्रेम की बहुत सुंदर पंक्तियां लिखीं हैं आपने ✍️✍️✍️ जय श्री कृष्णा 🌺🙏🌺