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'आजकल' के अगस्त, 2019 अंक में प्रकाशित संजय शांडिल्य की तीन कविताएँ

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कविताएँ

गंतव्य   पुल– सीटी बजाती हुई ट्रेन गुजर रही गंतव्य की ओर नीचे समुद्र के पास जा रही नदी ऊर्म्योल्लसित तट से मैं निहार रहा समूचा दृश्य बेरोक-टोक निहारता हुआ सब कुछ धारता हुआ मैं भी तो जा रहा अपने ...

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लेखक के बारे में

शिक्षा : स्नातकोत्तर (प्राणिशास्त्र) | वृत्ति : अध्यापन | रंगकर्म से गहरा जुड़ाव | बचपन और किशोरावस्था में कई नाटकों में अभिनय | प्रकाशन : कविताएँ हिंदी की प्रायः सभी प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित एवं ‘अँधेरे में ध्वनियों के बुलबुले‘ (सारांश प्रकाशन, दिल्ली), ‘जनपद : विशिष्ट कवि’ (प्रकाशन संस्थान, दिल्ली), 'इश्क एक : रंग अनेक' (साची प्रकाशन, दिल्ली), 'काव्योदय' (काव्या प्रकाशन, दिल्ली) एवं 'प्रभाती' (सन्मति प्रकाशन, हापुड़) में संकलित | कविता-संकलन ‘उदय-वेला’ के सह-कवि | चार कविता-संग्रह 'समय का पुल', 'लौटते हुए का होना', 'जाते हुए प्यार की उदासी से' (प्रेम-कविताओं का संकलन) एवं 'नदी मुस्कुराई' (नदी-केंद्रित कविताओं का संकलन) शीघ्र प्रकाश्य | संपादन : ‘संधि-वेला’ (वाणी प्रकाशन, दिल्ली), ‘पदचिह्न’ (दानिश बुक्स, दिल्ली), ‘जनपद : विशिष्ट कवि’ (प्रकाशन संस्थान, दिल्ली), ‘प्रस्तुत प्रश्न’ (दानिश बुक्स, दिल्ली), 'चाँद यह सोने नहीं देता' (नंदकिशोर नवल की संपूर्ण कविताएँ), 'बेदर-ओ-दीवार सा इक घर' (उर्दू की प्रतिनिधि ग़ज़लों और नज़्मों का चयन), 'पानी की भाषा में एक नदी' (नदी-विषयक कविताओं का संचयन), ‘कसौटी’ (विशेष संपादन-सहयोगी के रूप में ), ‘जनपद’ (हिंदी कविता का अर्धवार्षिक बुलेटिन), ‘रंग-वर्ष’ एवं ‘रंग-पर्व’ (रंगकर्म पर आधारित स्मारिकाएँ), 'जीना यहाँ मरना यहाँ' (गायक मुकेश के जीवन और कलात्मक अवदान पर केंद्रित स्मारिका) | फिलहाल अर्धवार्षिक पत्रिका 'उन्मेष' का संपादन | संपर्क : साकेतपुरी, आर. एन. कॉलेज फील्ड से पूरब, प्राथमिक विद्यालय के समीप, हाजीपुर, वैशाली, पिन : 844101 (बिहार) मोबाइल नं. : 9430800034, 7979062845 |

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    24 जुलाई 2019
    बहुत बहुत बधाई सर आपको। 🙏🙏 मनभावन रचनाएँ।
  • author
    संतोष नायक
    20 सितम्बर 2019
    'गंतव्य,मेरा प्रेम और मुझे जाना होगा'।तीनों ही रचनायें बहुत अच्छी लगी।बधाई आपको।
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    24 जुलाई 2019
    बहुत बहुत बधाई सर आपको। 🙏🙏 मनभावन रचनाएँ।
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    संतोष नायक
    20 सितम्बर 2019
    'गंतव्य,मेरा प्रेम और मुझे जाना होगा'।तीनों ही रचनायें बहुत अच्छी लगी।बधाई आपको।