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आहिस्ता आहिस्ता

4.2
18211

"राज, सॉरी, मैं तुम्हारी वो स्पेशल वाली फ्रेंड नहीं बन सकती, मुझे जिंदगी में बहुत कुछ हासिल करना है, अभी फिलहाल मेरी जिंदगी में अफेयर, रोमांस के लिए कोई गुंजाइश नहीं है। अभी XII के बाद मुझे फैशन ...

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लेखक के बारे में
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रेणु गुप्ता

नाम - श्रीमती रेणु गुप्ता शैक्षणिक योग्यता - बी.एससी. एम. ए. (अंग्रेजी), सी. लिब. बी.एड. संप्रति - जयपुर के प्रतिष्ठित पब्लिक स्कूल में पिछले 17 वर्षों से शिक्षिका के रूप में कार्यरत। लेखन - स्तरीय पत्र पत्रिकाओं तथा प्रतिष्ठित समाचार पत्रों में कहानियों तथा लेखों का निरंतर प्रकाशन। कई वार्ताएं आकाशवाणी, गुवाहाटी से प्रसारित परिवार तथा आत्मिक संबंधों से इतर मेरी दूसरी दुनिया है लेखन। अपने परिवेश में अपने अति संवेदनशील स्वभाव के चलते मैं जो कुछ गहराई से महसूस करती हूं, उन्हीं सामान्य पर मुझे असामान्य प्रतीत होतीं अनुभूतियों को लेखनी के माध्यम से कथा-कहानी के रूप में लिपिबद्ध करने का प्रयास करती रहती हूं। मेरे लिए इंसानी भावनाओं, अहसासों और जज्बातों को उकेरते हुए एक आम इंसान के इंद्रधनुषी जीवन के सातों रंगों को सक्षमता से अपनी कहानियों के माध्यम से प्रस्तुत करना किसी चुनौती से कम नहीं है और इस चुनौती का सामना करने की मुहिम मैं रोजाना लड़ती हूं। ई-मेल : [email protected]

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    20 मार्च 2018
    आदरणीया, एक सुखान्त कहानी को शब्द देने के लिये साधुवाद! एक सीधी और सहज ढंग से लिखी हुई कहानी है। इसमें कुछ और प्रसंग डालकर नयापन लाने की कोशिश की जा सकती है।वैसे आपका प्रयास बहुत अच्छा लगा। आप इसी साइट पर मेरी रचनायें पढें और अपने विचार दें। मेरी लिखी दूसरी पुस्तक उपन्यास के रूप में "डिवाइडर पर कॉलेज जंक्शन" के नाम से हिंद युग्म से प्रकाशित हो चुकी है। पुस्तक के कथानक के बारे में: यह छोटे शहर में स्थापित ऐसे डिग्री कॉलेज की कहानी है जिसके पास से रेलवे लाइन गुजरती है। इसलिए विद्यार्थी अपने पीरियड के विषय से अधिक उस ओर से गुजरने वाली ट्रेन के समय की जानकारी रखते हैं। कॉलेज की पढाई करते - करते समय की गलियों से यूँ गुजरना। कुछ तोंद वाले सर, कुछ दुबले -पतले सर, कुछ चप्प्लों में सर, कुछ जूतों में सर। जैसे कॉलेज की दीवार से सटे रेलवे लाईन पर ट्रेनों का गुजरना। इसी बीच पनपता प्यार, विज्ञान और अर्थशास्त्र के बीच। छात्र परिषद के चुनाव की घोषणा होते ही बाहरी तत्वों के घुसपैठ से, कॉलेज के शान्त वातावरण का पुल - सा कम्पित होना, थर्राना। ये सब कुछ और इससे भी अधिक बहुत कुछ... पढें उपन्यास "डिवाईडर पर कॉलेज जंक्शन" में*** अभी यह आमज़ोन के साइट से ऑन लाईन मात्र 115रु में मँगाई जा सकती है। इस लिंक पर जाकर मंगाएं: link: http://amzn.to/2Ddrwm1 आमज़ोन पर customer review लिखें और मेरी लिखी पुस्तक "छाँव का सुख" डाक द्वारा मुफ्त प्राप्त करें। अपना पता मेरे ई मेल : [email protected] पर भेज दें।
  • author
    vandana pandey
    17 जुलाई 2018
    सुन्दर कहानी युवा प्यार को अपनी कमजोरी नहीं ताकत बनाएँ।सुन्दर सन्देश।
  • author
    enjoy & relax
    27 फ़रवरी 2021
    Faltu Kahani......Ladki patane ke liye CA Kiya Aur First Attempt me voh bhi....Uske bad Ladki bol rahi hai MBA Karo.....kya majak chal Raha hai.....
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    20 मार्च 2018
    आदरणीया, एक सुखान्त कहानी को शब्द देने के लिये साधुवाद! एक सीधी और सहज ढंग से लिखी हुई कहानी है। इसमें कुछ और प्रसंग डालकर नयापन लाने की कोशिश की जा सकती है।वैसे आपका प्रयास बहुत अच्छा लगा। आप इसी साइट पर मेरी रचनायें पढें और अपने विचार दें। मेरी लिखी दूसरी पुस्तक उपन्यास के रूप में "डिवाइडर पर कॉलेज जंक्शन" के नाम से हिंद युग्म से प्रकाशित हो चुकी है। पुस्तक के कथानक के बारे में: यह छोटे शहर में स्थापित ऐसे डिग्री कॉलेज की कहानी है जिसके पास से रेलवे लाइन गुजरती है। इसलिए विद्यार्थी अपने पीरियड के विषय से अधिक उस ओर से गुजरने वाली ट्रेन के समय की जानकारी रखते हैं। कॉलेज की पढाई करते - करते समय की गलियों से यूँ गुजरना। कुछ तोंद वाले सर, कुछ दुबले -पतले सर, कुछ चप्प्लों में सर, कुछ जूतों में सर। जैसे कॉलेज की दीवार से सटे रेलवे लाईन पर ट्रेनों का गुजरना। इसी बीच पनपता प्यार, विज्ञान और अर्थशास्त्र के बीच। छात्र परिषद के चुनाव की घोषणा होते ही बाहरी तत्वों के घुसपैठ से, कॉलेज के शान्त वातावरण का पुल - सा कम्पित होना, थर्राना। ये सब कुछ और इससे भी अधिक बहुत कुछ... पढें उपन्यास "डिवाईडर पर कॉलेज जंक्शन" में*** अभी यह आमज़ोन के साइट से ऑन लाईन मात्र 115रु में मँगाई जा सकती है। इस लिंक पर जाकर मंगाएं: link: http://amzn.to/2Ddrwm1 आमज़ोन पर customer review लिखें और मेरी लिखी पुस्तक "छाँव का सुख" डाक द्वारा मुफ्त प्राप्त करें। अपना पता मेरे ई मेल : [email protected] पर भेज दें।
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    vandana pandey
    17 जुलाई 2018
    सुन्दर कहानी युवा प्यार को अपनी कमजोरी नहीं ताकत बनाएँ।सुन्दर सन्देश।
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    enjoy & relax
    27 फ़रवरी 2021
    Faltu Kahani......Ladki patane ke liye CA Kiya Aur First Attempt me voh bhi....Uske bad Ladki bol rahi hai MBA Karo.....kya majak chal Raha hai.....