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अहंकार विहीन आत्मज्ञानी

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पुराने समय की एक बार की बात है कि श्री कृष्ण और अर्जुन कहीं जा रहे थे। रास्ते में अर्जुन ने श्री कृष्ण से पूछा कि प्रभु- एक जिज्ञासा है  मेरे मन में, अगर आज्ञा हो तो पूछूँ ? श्री कृष्ण ने कहा- अर्जुन ...

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लेखक के बारे में
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Vinay Sinha

शून्य से शून्य तक की यात्रा का प्रयास करता हूं।

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    12 अगस्त 2023
    बहुत सुंदर कथा.. 🙏🏽🥰
  • author
    Sarika Saxena
    30 दिसम्बर 2021
    very nice
  • author
    महेश समीर
    18 जून 2021
    बहुत बढ़िया
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  • author
    12 अगस्त 2023
    बहुत सुंदर कथा.. 🙏🏽🥰
  • author
    Sarika Saxena
    30 दिसम्बर 2021
    very nice
  • author
    महेश समीर
    18 जून 2021
    बहुत बढ़िया