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अगर तुम चाहो

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"अपनी हैसियत देखी है तूने.. जो मेरी बेटी से शादी करने के खाब देख रहा है। चल दफा हो जा यहां से" अजय ने हाथ जोडकर कहा "अँकल विनती मुझसे प्यार करती है.. एक बार उससे तो पूछ लेते"। "अच्छा अब तू मुझे ...

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लेखक के बारे में
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Kuldeep Hooda

किस किस से लूँ मेरे जख्मों का हिसाब.. दिए हैं मुझे यहां सब ने गम बेहिसाब..

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Jyotika Jain
    24 अक्टूबर 2018
    nice story
  • author
    कोमल राजपूत
    19 दिसम्बर 2018
    बेहतरीन।। सच है प्यार किस्मत मिलना किस्मत की बात है और फिर प्यार सच्चा हो तो पूरा भी जरूर होता है।💝
  • author
    Nitesh Singh
    14 अक्टूबर 2018
    दिल छू लिया सर आप की इस रचना ने
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    Jyotika Jain
    24 अक्टूबर 2018
    nice story
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    कोमल राजपूत
    19 दिसम्बर 2018
    बेहतरीन।। सच है प्यार किस्मत मिलना किस्मत की बात है और फिर प्यार सच्चा हो तो पूरा भी जरूर होता है।💝
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    Nitesh Singh
    14 अक्टूबर 2018
    दिल छू लिया सर आप की इस रचना ने